Skip to content
kujurdeepti.in
kujurdeepti.in

Follow your Dreams

  • Home
  • About Us
  • Historical/Mysterious Places & Stories
  • Book summary & Biography (Hindi)
  • The Indian Tribes
  • Historical Facts
  • Education System ( Science & Technology )
  • History [World,Indian,Chhattisgarh]
  • Contact us
  • Privacy Policy
    • Posts
kujurdeepti.in

Follow your Dreams

The Indian Tribes||Classification of indian Trribes भारतीय जनजातियां|भारतीय जनजातियों का वर्गीकरण

Posted on November 14, 2022August 16, 2024 By Deepti

                       

 

हमारा भारत देश कई कारणों से विश्व में एक अपनी अलग पहचान रखता है,उसमे से एक है हमारी ‘संस्कृति ‘( culture ),यहां विभिन्न प्रकार की संस्कृतियां निवास करती हैं। उनमें से एक है ‘जनजातिय संस्कृति’ जिसे आम बोलचाल में ‘आदिवासी’ कहते  हैं।  भारतीय सविंधान से आदिवासियों को अनुसूचित जनजाति नाम का पद मिला है, जिसमें उन्हें कई संवैधानिक अधिकार प्राप्त है।                                                                                                                  2011 की जनगणना ( census )के अनुसार भारत में जनजातियों की जनसंख्या 10,42,81,034 है,जो भारत की कुल जनसंख्या का 8.6%है। जिसमें ग्रामीण जनसंख्या 11.3%,जबकि शहरी जनसंख्या 2.8% है, भारत में जनजातियों का लिंगानुपात 990 है।

दिल्ली,चंडिगडः,पंजाब,हरियाणा,एवं पुडुचेरि में कोइ भी अनुसूचित जनजाति नही पाई जाती, भारत में सबसे अधीक जनजाति मध्यप्रदेश में पाई जाती है, सबसे कम लक्षव्दीप में पाई जाती है। 

 

Contents –

1. परिचय ( Introduction )
2. चार भागों में  विभाजित किया गया है/ वर्गीकरण ( Classification )
3. कुछ प्रमुख जनजातियों के नाम ( Some major tribes )
4. निवास क्षेत्र ( Residence area )
5.भारत के राज्य और जनजाति ( Indian States & Tribes ) 
6.उरांव जनजाति( Oraon Tribe )
7.उरांव  किस धर्म को मानते हैं ( Religion )
8.इनके प्रमुख त्यौहार ( Festivals )
9. इनके व्यवसाय ( Occupation )
10. इनका इतिहास
( History of Oraon peoples )
11.मुख्य व्यक्ति ( Famous persons )

             

                 

2. इन्हे 4 भागों में विभाजित किया गया है/ वर्गीकरण ( Classification ) –

(i). नीग्रिटो ( Negritos) – केरल, अण्डमान एवं निकोबार
(ii). प्रोटो आस्ट्रेलाॅयड (Proto-Australoid )- [द्रविड परिवार]मध्य भारत एवं दक्षिण
(iii). मंगोलायड ( Mongoloids) – पूर्वोत्तर भाग
(iv). मेडिटेरेनियन ( Mediterranean )- दक्षिण-पश्चिम एशिया से आये आधुनिक सभ्यता की शुरुवात की

3. कुछ प्रमुख जनजातियों के नाम: (Some major tribes )

भील,गोंड,संथाल,उरांव,मुंडा,गुज्जर,गद्दी,थारा,जनसारी,बोट,बोटो, बकरवाल,डुबला,कोली,गवडा,लुशी,नागा,आओ,खासी,भुटिया,लिंब्बु,त्रिपुरी, नाइसी,बोरो,मिरि,थाडो,सुगालीया,लंबाडिया, निकोबारीस,चेंचु,मलयाली,नाइक्डा,पनिया,हो.आदि। 

4. जनजातियों का निवास क्षेत्र:  ( Residence area )  –                                                         उत्तरप्रदेश,आंध्रप्रदेश,छत्तीसगङ,मध्यप्रदेश,राजस्थान,झारखंड, अंडमान-निकोबार,सिक्किम,नागालैंड, बिहार,असम,मणिपुर,मेघालय,मिजोरम, त्रिपुरा,पुडुचेरि,लक्षव्दीप में पाई जाती हैं।  

5. भारत के राज्य और जनजाति ( Indian States & Tribes ) –

तमिलनाडु – मलायली,इरुलर आदि
कर्नाटका – नाइङा,कोलि,डोर आदि
आंध्रप्रदेश – सुगाली,लंब्डिया,बंजारा,कोया आदि
मणिपुर – थाडोउ,तांग्खुल आदि
असम -बोरो,मिरि,राभा,कर्बि आदि
अरुणाचल प्रदेश – नाइशि,गलोंग आदि
त्रिपुरा – त्रिपुरि,तिपेरिया,रियांग,उरांग आदि
सिक्किम – भुटिया,लिंब्बु आदि
मेघालय – खाशी,जईंतिया,गारोस, आदि
नागालैंड – नागा,आओ,सेमा,लोथा,कोंयाक आदि
मिजोरम – लुसाई,चकमा आदि
गोवा – गौङा,वेलिप आदि
महाराष्ट्र – भील,गोंड,कोलि महादेव,डोंगरा,र्वलि,ठाकुर,कोकना आदि
दमन एवं दिव – डुब्ला(हल्पती) आदि
गुजरात – भील,धोडिया,रथावा,डुब्ले आदि
राजस्थान – मिना,भील्सा,गरासिया,भील मिना,सहरिया आदि
मध्यप्रदेश – गोंड, भील,कोल,कोरकु,सहरिया आदि
ओडिसा – कोंड,गोंड,कोल्हा आदि
पश्चिम बंगाल – संथाल, उरांव,मुंडा,भुमिज आदि
झारखंड– संथाल,उरांव,मुंडा, हो आदि
छत्तीसगङ – गोंड,कंवर,उरांव,अगरिया आदि
लद्दाख – चांग्पा आदि
बिहारसंथाल आदि
उत्तर प्रदेश – गोंड,खरवार,थारा,सहरिया आदि
उत्तराखंड – थारा,जनसारी,बुक्सा,भोटिया आदि 
हिमांचल प्रदेश – गद्दी आदि
जम्मू-कश्मीर – गुज्जर,बकरवाल,बोट,बोटो आदि
केरल – पनिया आदि
लक्षव्दीप – जिनका जन्म वहीं हुआ
अण्डमान एवं निकोबा र- निकोबारेस, जरावस, शोंम्पेन आदि
तेलांगना –चेंचुस आदि

6. आज हम एक खास जनजाति के बारे में चर्चा करेंगे,जिसका नाम है ”उरांव” ( Oraon )

 

इनका मुख्य व्यवसाय कृषि पर आधारित है,सवैंधानिक अधिकार मिलने के बाद से ये आज सरकारी नौकरियां भी करते हैं। कृषि के भी पहले ये शिकार किया करते थे। 

   

 

7. उरांव किस धर्म को मानते हैं: ( Religion ) –

उरांव भारत के प्रमुख जनजातियों में से एक है, इनकी भाषा ”कुडुख” है, इस लिये इन्हें कुडुख भी कहा जाता है। ये मध्य एवं पूवी भारत के राज्यों में निवास करते हैं,ये मुख्य रुप से झारखंड,पश्चिम बंगाल,उडिसा,छत्तीसगङ,बिहार,असम में निवास करते हैं,वर्तमान में ज्यादातर उरांव झारखंड (रांची) में निवास करते हैं। 

8. इनके प्रमुख त्यौहार; ( Festivals ) –

”सरना” इनका पारंपारिक र्धम है, जो प्रकृति पूजा पर आधारित है,आज कुछ समूह ईसाइ र्धम, कुछ हिंन्दु र्धम को मानते है।

9. व्यवसाय: ( Occupation ) –

इनके प्रमुख त्यौहार सरहुल, करम,धनबुन,नयाखानी,खरियनी आदि हैं। 

  10. इनका इतिहास:  ( History of Oraon peoples ) –

इनके उत्पति के बारे में विचारों में मतभेद है,यह कहा जाता है कि इनके पूर्वज कोंकण से नर्मदा के आसपास के इलाकों में आये,बाद में बिहार राज्य में सोन नदी के तटीय भागों में आकर बस गये,बाद में वे छोटा नागपुर के पटार में आकर बस गये। 

Kurukh Language|History, Scrip(Lipi)|कुड़ुख भाषा|इतिहास,लिपि

 

 11. प्रमुख व्यक्ति: ( Famous persons ) –

बुधु भगत – स्वतंत्रता सेनानी
जतरा भगत – सेनानी और समाज सुधारक
लांस नायक अर्ल्बट एक्का -परमवीर चक्र से सम्मानित भारतीय सेनिक, 1971 के भारत-पाकिस्तान युध्द के नायक 
साइमन उरांव – पद्म श्री से सम्मानित पर्यावरणविद
दिलिप तिर्कि – हाॅकि खिलाडी और आज सभा में सांसद 
सुर्दशन भगत -सांसद
दीप ग्रेस एक्का – हाॅकी खिलाडी
बीरेंद्र लकडा -हाॅकी खिलाडी
सुनीता लकडा – हाॅकी खिलाडी
लालिमा मिंज – हाॅकी खिलाडी
नमिता टोप्पो – हाॅकी खिलाडी
आज के र्वतमान समय में कई अन्य क्षेत्रों में भी इनका योगदान है। 

Sarhul Festival & Karam Festival|सरहुल पर्व और करम पर्व

FAQ-

Q- भारत के जनजातियों को कितने भागों में बाटा गया है?

Ans- भारत के जनजातियों को 4 भागों में बाटा गया है।

Q- 2011 की जनगणना के अनुसार भारत में जनजातियों की जनसंख्या कितनी है?

Ans- 2011 की जनगणना के अनुसार भारत में जनजातियों की जनसंख्या 10,42,81,034 है,जो भारत की कुल जनसंख्या का 8.6%है।

Q- भारत के किन – किन राज्यों में अनुसूचित जनजाति नहीं पाई जाती?

Ans- दिल्ली,चंडिगडः,पंजाब,हरियाणा,एवं पुडुचेरि में कोइ भी अनुसूचित जनजाति नही पाई जाती।

Q- भारत के किस राज्य में सबसे अधिक अनुसूचित जनजाति पाई जाती?

Ans- मध्यप्रदेश में।

Q- भारत के किस राज्य में अनुसूचित जनजाति सबसे काम पाई जाती?

Ans- सबसे कम लक्षव्दीप में पाई जाती है।

Note- ये सभी जानकारियाँ(Information) इंटरनेट(Internet) से ली गईं हैं, अगर कोइ जानकारी गलत लगे तो आप हमें कमेंट(Comment) कर सकते हैं,हम इसे अपडेट करते रहेंगे। आपको हमारी आर्टिकल अच्छी लगती है तो आगे भी पड़ते रहें और इसे शेयर ( share ) करें।

                   

                      

 

           

 

      

The Indian Tribes

Post navigation

Previous post
Next post

Related Posts

Kurukh Language|History, Scrip(Lipi)|कुड़ुख भाषा|इतिहास,लिपि

Posted on November 19, 2022September 24, 2024

1.कुङुख भाषा का इतिहास 2.कुङुख लिपि 3.कुङुख भाषा साहित्य के प्रमुख पुस्तक 4.कुङुख पात्रिका कुङुख या कुरुख एक द्रविङ भाषा परिवार की भाषा है। लिग्विंस्टिक सर्वे आफ इंडिया 2011 के रिर्पोट कि संख्या 19,88,350 है,पर कुरुख भाषी उरांव लोग अपनी जनसंख्या के बारे में बतलाते हैं कि पूरे विश्व में कुरुख…

Read More

Chhattisgarh ki 36 hari bhajiyon ke naam|छत्तीसगढ़ की 36 प्रकार की भाजियों के नाम|उनकी विशेषताएं

Posted on December 1, 2022July 18, 2024

A.भाजियों के प्रकार. B.भाजियों की खासियत. 1.अमारी भाजी2.पटवा भाजी3.करमत्ता भाजी4.कोइलार भाजी5.लाल चेंच भाजी6.सफ़ेद चेंच भाजी7.कोचई भाजी8.लाल भाजी9.केना भाजी10.चना भाजी11.चरोटा भाजी12.गोंदली भाजी13.मुराई भाजी14.मखना भाजी15.पालक भाजी16.गोभी भाजी17.मेंथी भाजी18.करेला भाजी19सरसों भाजी20.बरबट्टी भाजी21.चुनचुनिया भाजी22.खेड़ा भाजी23.बोहार भाजी24.गुमी भाजी25.भथुआ भाजी26.बार्रे भाजी27.कुर्मा भाजी28.चनौरी भाजी29चौलाई भाजी30.तिवरा भाजी31.टिपणीय भाजी32.मुस्कैनी भाजी33.मुनगा भाजी34.पीपर भाजी35.कंदा भाजी36.पोइ भाजी

Read More

What is Pitar Tradition?[Tribal Culture]|पितर परम्परा क्या है?[आदिवासी संस्कृति]

Posted on September 18, 2024

1. परिचय 2.क्या है पितर परम्परा? क्यों मानी जाती है। 3. पितर के चुनाव में उपयोग में ली जाने वाली वस्तुएं4. पूरी प्रक्रिया5. किन – किन आदिवासी समुदायों में मानी जाती है?

Read More

Comments (3)

  1. Pingback: Rohtasgarh fort | (Book Summary)| उरांवों की ऎतिहासिक विरासत| रोहतासगढ़ किला - kujurdeepti.in
  2. Pingback: Who is Jaipal Singh Munda?|जयपाल सिंह मुंडा कौन हैं? - kujurdeepti.in
  3. Pingback: What is Pitar Tradition?[Tribal Culture]|पितर परम्परा क्या है?[आदिवासी संस्कृति] - kujurdeepti.in

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

©2025 kujurdeepti.in | WordPress Theme by SuperbThemes