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Chanakya Niti Book Summary in Hindi | चाणक्य नीति

Posted on November 14, 2022July 26, 2024 By Deepti

आज हम बेहद प्रसिध्द किताब चाणक्य नीति के बारे में बात करने जा रहे हैं,इसमें सफ़ल जीवन जीने के लिये चाणक्य के बहुत से सबक(Lessons),रणनीति(Strategies) को अध्याय में शामिल किया गया है।हमारे रोज के जीवन में हमे क्या करना चाहिये और क्या नही, ताकि हमारे निजि और व्यवसायिक जीवन में हम सफ़ता प्राप्त कर सकें इसके बारे में इस पुस्तक में विस्तार से बताया गया है। चाणक्य नीति किताब को संस्कृत में लिखा गया था बाद में इसे हिन्दी,इंग्लिश और अन्य भाषाओं में अनुवाद किया गया। आचार्य चाणक्य जिन्हे विष्णुगुप्त और कौटिल्य के नाम से भी जाना जाता है क्योंकि ये भारत के एक महान कूटनीतिज्ञ, दार्शनिक,अर्थशास्त्री और शिक्षक रहे हैं,इन्होने महामंत्री के रुप में काम किया, इनको इनकी राजनीतिक समझ, दूर तक सोचने कि शक्ति और कूटनीति के लिये जाना जाता है। मौर्य वंश के राजा चंद्रगुप्त मौर्य ने आचार्य चाणक्य की मदद से राज किया और सफ़ल हुए।

आचार्य चाणक्य के नीति और शिक्षा को प्रबंधन के पाठ्क्रम(Management Lesson) में भी पढ़ाया जाता है, यहां हम चाणक्य नीति के 15 सबक या Lesson के बारे में बात करेंगे। 

चाणक्य के 15 नीति

1.शिक्षा आपका सबसे अच्छा दोस्त है 
 2.दूसरों की गलतियों से सीखें
3.अपने राज किसी को ना बतायें
4.कोइ भी काम करने से पहले ये सोचें,कि मैं ये काम क्यों कर रहा  हुं,इसके क्या नतीजे हो सकते हैं और मैं इसमें सफ़ल हो सकता हुं
5.किसी फ़ूल की खुशबू हवा के दिशा में ही फ़ैलती है पर एक इन्सान  कि अच्छाई हर तरफ़ जाती है
6.एक इन्सान अपने काम से महान बनता है,इसका जन्म से कोई लेना-देना नही होता है
7.जितना जादा आप नम्र(Humble) बन सकते हैं बनिये
8.आपकी भावना आपका भगवान है और आपकी आत्मा आपका मंदिर 
9.कर्जा एक दुष्मन की तरह है
10.अधिगम या सीखना(Learning) बहुत जरुरी है
11.अत्यधिक लगाव ना रखें
12.असली ज्ञान किताब और अधिकार में नही होता है
 13.नेतृत्व(Leadership) का होना सत्ता या ताकत(Power) का होना है
14.स्वयं के नियम (Own Law)
15. सत्ता प्रबंधन(Power Management)

  1.शिक्षा आपका सबसे अच्छा दोस्त है –

एक पढ़े-लिखे इंसान की हर जगह इज्जत की जाती है, पढ़ाई के आगे सुंदरता और जवानी फ़ीकी पड़ जाती है। चाणक्य कहते हैं कि अगर कोई इंनसान अमीर नही है,ताकतवर नही है,दिखने में साधारण है लेकिन अगर वो पढ़ा-लिखा है तो वो हर जगह इज्जत पायेगा। एक अमीर आदमी अपना पैसा,खूबसूरती वक्त के साथ खो सकता है,उसके रिश्ते,दोस्त,प्यार वक्त के साथ फ़ीके पड़ सकते हैं,लेकिन पढ़ाई और ज्ञान हमेशा साथ देते हैं चाहे कोई भी स्तिथी हो। ये वक्त के साथ बड़ता जाता है इसे कोई आपसे छीन नही सकता। 

 2.दूसरों की गलतियों से सीखें

आपके पास इतनी लंबी उम्र नही होती की आप सारी गलतियां खुद कर के सीख सकें, एक इंसान को अपने आस-पास के लोगों और माहौल को देखना चाहिए और उसका निरीक्षण करना चाहिए। जिससे आप दूसरों की गलतियों को देख सकते हैं और उससे सीख सकते हैं फ़िर आप वो गलती करने से बच सकते हैं।   

3.अपने राज किसी को ना बतायें

इंसान को कभी भी अपने राज को दूसरों के सामने नही खोलने चाहिए, क्योंकि कोई इसे आपके खिलाफ़ स्तमाल कर सकता है आपको कोई अन्दाजा भी नही होगा, आचार्य चाणक्य कहते हैं कि कभी भी अपनी कमजोरी और ताकत दूसरों को कभी नही बताने चाहिए,ताकि कोई आपकी कमजोरी का फ़ायदा न उठा सके और आपकी ताकत जान कर उससे निपटने का उपाय ना खोज सके। 

4.कोइ भी काम करने से पहले ये सोचें,कि मैं ये काम क्यों कर रहा  हुं,इसके क्या नतीजे हो सकते हैं और मैं इसमें सफ़ल हो सकता हुं

कोई काम शुरु करने से पहले खुद से ये सवाल करें जिससे आपको इस काम के फ़ायदे और नुकसान का पता आपको लग सके, और आप सफ़ल होंगे या असफ़ल इसका आप अंदाजा लगा सकते हैं। 

5.किसी फ़ूल की खुशबू हवा के दिशा में ही फ़ैलती है पर एक इन्सान  कि अच्छाई हर तरफ़ जाती है

एक इंसान को दूसरे इंसान के लिए अच्छा होना चाहिए,इससे कोइ फ़र्क नही पड़ता की सामने वाला इंसान किस संस्कृति या समुदाय का है। इंसान मर सकता है लेकिन उसकी अच्छाई हमेशा जिंदा रहेगी,उसके काम हमेशा याद किये जायेनगे सालों तक। 

  6.एक इन्सान अपने काम से महान बनता है,इसका जन्म से कोई लेना-देना नही होता है

एक इंसान अपने जीवन में जिस तरह के काम करता है उससे महान बनता है,वो किस समाज में या किस परिवार में जन्म लेता है और कौन सी भाषा बोलता है इससे कोइ फ़र्क नही पड़ता। उसे अपने जीने के तरीके से और समाज,मानव जाति के लिए किए गए काम से खुद को साबित करना होता है।

7.जितना जादा आप नम्र(Humble) बन सकते हैं बनिये

एक खुश और सफ़ल इंसान बनने के लिए जरुरी है कि आप दूसरों के प्रति नम्र बने, आपका नम्र स्वाभाव आपके दुश्मन को कमजोर करती है और आपको नियंत्रण में रखती है,इससे आपका आत्मविश्वास बड़ता है। 

8.आपकी भावना आपका भगवान है और आपकी आत्मा आपका मंदिर 

आचार्य चाणक्य कहते हैं भगवान मंदिरों में या लोगों में नही मिलते भगवान हमारे खुद के अंदर हैं, भगवान हम सब के अंदर हैं क्योंकि हमारी भावनायें और हमारी आत्मा उस भगवान के रहने का मंदिर है, किसी को भगवान को खोजने के लिए मंदिरों के चक्कर लगाने की जरुरत नही है,हर इंसान को खुद के अंदर भगवान को देखना चाहिए अपनी आत्मा में और अपनी भावनाओ में। 

9.कर्जा एक दुष्मन की तरह है

एक इंसान जिसके उपर कर्जा है उसे दूसरों के सामने शर्म और बेज्जती का सामना करना पड़ता है, एक इंसान को हमेशा कोशिश करनी चाहिए कि उसे कर्जा ना लेना पड़े,और अगर बहुत ही बुरे हालात के कारण कर्जा ले भी लिया तो जल्दि से जल्दि उस कर्ज से मुक्त हो जाना चाहिए। 

10.अधिगम या सीखना(Learning) बहुत जरुरी है

चाणक्य कहते हैं कि अधिगम एक ऎसी चीज है जैसे सफ़र में दोस्त,घर में पत्नि,बिमारी में दवाई और मरने के बाद पुन्य, ये सब सच्चे साथी होते हैं,वक्त बदलता है लोग बदल सकते हैं, हालात आपके पक्ष में हो भी सकती है और नही भी,लेकिन आपके सीखे जाने वाली चीजें हमेशा आपके साथ होती हैं,इसलिए सीखने को हमेशा महत्व देना चाहिए ये आपका पूरे जीवन भर तक दोस्त बनकर रहेगा। 

11.अत्यधिक लगाव ना रखें

ऎसा व्यक्ति जो अपने परिवार से बहुत अधीक लगाव रखता है वो अपने जीवन में बहुत जादा दुख और तकलीफ़ झेलते हैं,क्योंकि दुख की जड़ जरुर से ज्यादा लगाव होता है,इसलिए खुश रहने के लिए जरुरत से ज्यादा लगाव से दूर रहना चाहिए। ये काम मुश्किल है क्योंकि ऎसे मे व्यक्ति परिवार से बहुत जादा उम्मीद करता है जैसे-प्यार,इज्जत,सेवा,बलिदान और अगर व्यक्ति की उम्मीद पूरी न हो तो वो दुखी हो जाता है,जिससे रिश्तों में दरार भी आ जाती है, ये एक कड़वा सच है। 

12.असली ज्ञान किताब और अधिकार में नही होता है

जब भी इन दोनो की जरुरत होती है लोग इसका स्तमाल नही कर पाते,क्योंकि सच्चे ज्ञान को किसी भी किताब में जमा कर के नही रखा जा सकता है ज्ञान हमारे अंदर रहने के लिए बनी है और जीवन की हर परिस्तिथि में इस्तमाल करने के लिए होती है। 

 13.नेतृत्व(Leadership) का होना सत्ता या ताकत(Power) का होना है

नेतृत्व के बारे में शुरु से ये कहा जाता है कि जीवन में वही लोग आगे बड़ पाये हैं जिसके पास सत्ता या ताकत  होती है, इसलिए सफ़ल होने के लिए ये जरुरी है की आप ताकतवर बने, सत्ता या ताकतवर बनने के लिए कुछ बातों पर ध्यान देने की जरुरत है-

*ज्ञान की ताकत-जिस इंसान के पास ज्ञान और बुध्दि है उसका आगे चल कर सफ़ल होना तय है, आगे चलकर सबसे कीमती चीज यही होने वाली है। 

*जन-शक्ति-आपके साथ जो लोग काम करते हैं उनकी ताकत आपको ताकतवर बनायेगी जितनी जादा आपकी जन-शक्ति होगी उतने जादा आप ताकतवर होंगे।  

* वित्तिय शक्ति- कई लोग सोचते हैं कि वे लोगों के अच्छे के लिए काम करेंगे,पैसे उनके लिए    जरुरी नही है लेकिन सच्चाई कुछऔर है अगर आपको आपके काम के पैसे ना मिले तो आप कितना भी चाहें दूसरों की मदद नही कर पायेंगे, क्योंकि पैसा ही वो चीज है जो चीजों को प्रत्यक्ष रुप में दिखाती है। 

*जोश और हौसला- जिस इंसान में आत्मविश्वस और अनुशासन के साथ-साथ जोश और हौसला होता है उसके सफ़ल होने की उम्मीद जादा होती है। 

*सख्त और नरम होने की कला- आपको सफ़ल होने के लिए ये पता होना चाहिये की छड़ी का  स्तमाल कब करना है,ताकि लोगों के सामने ये उदाहरण दिखे की एक नेतृत्व करने वाला व्यक्ति समय आने पर सख्त भी हो सकता है अगर आप परिस्थिति के हिंसाब से सख्त या नरम नही बनेंगे तो लोग आपको गंभीरता से नही लेंगे।  

*उंचाई पर बने रहना- उंचाई पर पहुंचना आसान है लेकिन उस जगह पर बने रहना मुश्किल है,  इसलिए खुद पर नियंत्रण पाने के लिए कुछ नकारात्मक भावनाव पे नियंत्रण पाना जरुरी है,हमेशा जादा से जादा पाने की इच्छा इंसान को बरबादी की तरफ़ ले जाती है,कभी ना खत्म होने वाली दौड़ का हिंस्सा बना देती है इसलिए आपको इससे दूर रहना चाहिए। गुस्सा कभी भी सही फ़ैसला लेने नही देती इसलिए हर व्यक्ति को गुस्सा करने से बचना चाहिए। 

14.स्वयं के नियम (Own Law)

हमारे जमीन पर खड़े रहने का कारण है गुरुत्वाकर्षण बल, दुनिया भी अपनी अलग-अलग नियम से चलती रहती है,ये बहुत जरुरी है कि आपके खुद के भी कोइ नियम हो जिससे आप पूरे नियंत्रण में रहे, चाहे आप इस नियम को घर पे लगायें या व्यापार में लगायें। 

15. सत्ता प्रबंधन(Power Management)

ऎसा इंसान जो हर तरह की परिस्तिथि संभाल सकता है वो एक बहुत ताकतवर इंसान होता है,एक इंसान जो उंचाई पर पहुंचना चाहता है उसे लोगों को संभालने की कला आनी ही चाहिये,हर इंसान एक दूसरे से अलग होता है और इसलिए उनको संभालने का तरीका भी अलग होता है। इसलिए आचार्य चाणक्य ये सुझाव देते हैं की आपको मनोविज्ञान को समझना चाहिये उसका अध्ययन करना चाहिए और हमेशा अपने  ज्ञान को बड़ाते रहना चाहिए। 

Note- ये सभी जानकारियाँ(Information) इंटरनेट(Internet) से ली गईं हैं, अगर कोइ जानकारी गलत लगे तो आप हमें कमेंट(Comment) कर सकते हैं,हम इसे अपडेट करते रहेंगे। 

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