Skip to content
kujurdeepti.in
kujurdeepti.in

Follow your Dreams

  • Home
  • About Us
  • Historical/Mysterious Places & Stories
  • Book summary & Biography (Hindi)
  • The Indian Tribes
  • Historical Facts
  • Education System ( Science & Technology )
  • History [World,Indian,Chhattisgarh]
  • Contact us
  • Privacy Policy
    • Posts
kujurdeepti.in

Follow your Dreams

Biography Of Dadabhai Naoroji in Hindi|दादा भाई नौरोजी जीवन परिचय

Posted on August 14, 2024August 16, 2024 By Deepti

दादा भाई नौरोजी को भारतीय राजनीती के ‘पितामह’ कहा जाता है क्यूंकि दादा भाई नौरोजी भारतीय राजनीती के जनक थे। वे एक राष्ट्रवादी, विचारक शिक्षाविद, राजनेता और एक उद्धोगपति थे। इन्होने अनेक संगठनो का निर्माण किया था।

पूरा नाम दादा भाई नौरोजी
जन्म 4 सितम्बर 1825
जन्म स्थान मुम्बई, महाराष्ट्र
नागरिकता भारतीय
स्कूली शिक्षा एल्फिंस्टन इंस्टिट्यूट ( Elphinstone College )
भाषा गुजराती, अंग्रेजी, हिंदी
व्यवसायव्यापारी, शिक्षक और राजनैतिक नेता
पार्टी भारतीय राष्ट्रिय कांग्रेस
प्रसिद्ध नाम भारत के वयो वृद्ध
मृत्यु 30 जून 1917
मृत्यु स्थान मुम्बई, महाराष्ट्र

Contents –

1. प्रारम्भिक जीवन ( early life )
2.संगठनों की स्थापना ( Establishment of Organization )
3.भारत की स्वतंत्रता के संघर्ष में भूमिका ( Indian Independence Struggle )
4. उनके सिद्धांत ( His Principle )
5. उनकी थ्योरी धन निकासी/Drain of wealth ( His theory )
6. भारतीय राजनीती में उनकी पहचान ( In Indian politics )
7. दादा भाई नौरोजी की किताबें ( His Books )
8. दादाभाई नौरोजी की मृत्यु ( Death )

1. प्रारम्भिक जीवन ( early life ) –

दादा भाई का जन्म 4 सितम्बर 1825 को बंबई के एक गरीब पारसी परिवार में हुआ था। उनके पिता का नाम नौरोजी पलंजी दोर्दी था, जब दादाभाई 4 साल के थे तब उनके पिता की मृत्यु हो गई थी। इनकी माता मानेकबाई ने इनकी परवरिश की, पिता की मृत्यु हो जाने के बाद से उनके परिवार को काफी आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ा था। उनकी माता ने सभी परेशानियों का सामना करते हुए दादाभाई को अच्छी शिक्षा दिलवाई।

दादाभाई का विवाह 11 साल की उम्र में गुलबाई से हो ही जो 7 साल की थीं। दोनों के 3 बच्चे हुए 1 बेटा और 2 बेटियां। दादाभाई ने नेटिव एजुकेशन सोसाइटी स्कूल ( native Education Society school ) से अपनी शुरुवाती शिक्षा ली, बाद में एल्फिंस्टोन कॉलेज ( Elphinstone College ) बॉम्बे से पढ़ाई की। यहाँ पर उन्होंने दुनियां के साहित्य के बारे में पढ़ाई की और गणित एवं अंग्रेजी में भी शिक्षा ग्रहण की। दादाभाई को 15 साल की उम्र में छात्रवृत्ति ( Scholarship ) मिली।

2.संगठनों की स्थापना ( Establishment of Organization ) –

* दादाभाई नौरोजी दिनेश एडुल्जी वाचा और A. O. ह्यूम आदि नेताओं के साथ भारतीय राष्ट्रिय कांग्रेस के गठन में शामिल थे।

* दादाभाई ने रॉयल एसियाटिक सोसाइटी ऑफ़ बॉम्बे ( Royal Asiatic society of Bombay )और लंदन में ईस्ट इंडियन असोसिएसन ( East Indian Association ) जैसे अन्य संगठनों की स्थापना की।

* उनकी योग्यता के कारण उन्हें ब्रिटिश संसद के सदस्य के रूप में स्थान मिला, वे पहले भारतीय थे जिन्हे ये अवसर मिला। वे लिबरल पार्टी के सदस्य ( संसद सदस्य ) के रूप में यूनाइटेड किंगडम ऑफ़ कॉमन्स ( United Kingdom House of Commons ) में शामिल हुए।

* इसी समय दादाभाई ने 1905-1918 ईस्वी में राष्ट्रिय आंदोलन की शुरुवात की।

3.भारत की स्वतंत्रता के संघर्ष में भूमिका ( Indian Independence Struggle ) –

दादाभाई नौरोजी राजनेता होने के साथ – साथ भारत की आजादी की लड़ाई में अपना योगदान दिया। उन्होंने अंग्रेजी सरकार की दमनकारी नीतियों के खिलाफ कई लेख लिखे। उन्होंने भारतियों पर हो रहे शोषण के विरोध में भाषण भी दिए।

4. उनके सिद्धांत ( His Principle ) –

दादाभाई नौरोजी ने उच्च शिक्षा ग्रहण की थी इसलिए वे शिक्षा के महत्वा को अच्छे से जानते थे, और भारतीय लोगों को शिक्षा का महत्व्व बताते थे। स्त्री शिक्षा को भी उन्होंने जरुरुरी बताया। दादाभाई समानता और भाईचारे में विश्वास करते थे जिसके लिए उन्होंने हमेशा काम किया। वे नश्ल व जातिवाद के विरोधी थे। वे अपने लेखों से ब्रिटिश सरकार की गलत नीतियों का विरोध करते थे।

5. उनकी थ्योरी धन निकासी/Drain of wealth ( His theory ) –

Poverty and Un-british Rule in India { 1902 }, में दादाभाई नौरोजी ने धन निकासी की थ्योरी Drain of wealth बताई। इस थ्योरी को हम इस प्रकार समझ सकते हैं की , भारत का जो कच्चा माल ( Raw material ) था उसे अंग्रेज अपने देश ले जाते थे और बना बनाया माल वापस भारत में ही बेचने लाये इससे देश में धन निकासी हो रही थी। जैसे – कॉटन भारत से लेकर कर इंग्लैंड में कपडे बनाकर आपस भारत में बेचते थे। इसका कारण ये भी था की इंग्लैंड में औधोगिक क्रांति आ गई थी, जिससे मशीनों से कपडे बनाये जाते थे।

इसके अलावा हमारे देश में जो टैक्स लगता था उससे प्राप्त धन भी अंग्रेज अपने देश में ले जा कर खर्च करते थे। दादाभाई ने बताया की हर साल 13 मिलियन पौंड भारत से ब्रिटेन जाता है ( 1835-1872 के बीच में )

6. भारतीय राजनीती में उनकी पहचान ( In Indian politics ) –

1852 में दादाभाई ने भारतीय राजनीती में प्रवेश किया और 1853 में ईस्ट इंडिया कंपनी के लिए लीज नवीकरण का विरोध किया था। दादाभाई ने ब्रिटिश सरकार को इस सम्बन्ध में याचिकाएं भी भेजी लेकिन ब्रिटिश सरकार ने उनकी इस बात को नजरअंदाज कर दिया।

दादाभाई नौरोजी ने भारतीय वयस्क लोगों के लिए ‘ज्ञान प्रसारक मण्डली’ की स्थापना की क्यूंकि उनका मानना था की ब्रिटिश शासन भारतीय लोगों की अज्ञानता की वजह से था।

7. दादा भाई नौरोजी की किताबें ( His Books ) –

* The Manners and customs of The parsees { 1864 Bombay }

* The European and Asiatic Races { 1866 लंदन London }

* Admission Of Educated Natives Into The Indian Civil Service { 1868 London }

* The Wants and Means Of India { 1876 London }

* Condition Of India { 1882 madras }

* Poverty of India { A paper that was read before Bombay branch of the east India association, Bombay in- the year 1876 }

* Lord Salisbury’s Blackman { 1889 लखनऊ Lucknow }

* The parsee Religion { 1861 university Of London }

* Poverty and Un-britsh Rule in India { 1902 }

8. दादाभाई नौरोजी की मृत्यु ( Death ) –

दादाभाई की मृत्यु 30 जून 1917 ईस्वी में हो गई। उन्होंने भारत के लोगों के लिए जो कार्य किये उन्हें आज भी याद किया जाता है अपने जीवन में देश की आजादी के लिए उन्होंने कार्य किया।

Savitribai Phule Biography|सावित्रीबाई फुले का जीवन परिचय|in Hindi

FAQ-

Q- किसे भारतीय राजनीती के ‘पितामह’ कहा जाता है?

Ans- दादा भाई नौरोजी को भारतीय राजनीती के ‘पितामह’ कहा जाता है।

Q- दादाभाई नौरोजी का जन्म कब और कहाँ हुआ था?

Ans- दादाभाई नौरोजी का जन्म 4 सितम्बर 1825 में मुम्बई, महाराष्ट्र में हुआ था।

Q- दादाभाई नौरोजी की मृत्यु कब और कहाँ हुई?

Ans- दादाभाई नौरोजी की मृत्यु 30 जून 1917 मुम्बई, महाराष्ट्र हुआ था।

Note- ये सभी जानकारियाँ(Information) इंटरनेट(Internet) से ली गईं हैं, अगर कोइ जानकारी गलत लगे तो आप हमें कमेंट(Comment) कर सकते हैं,हम इसे अपडेट करते रहेंगे। आपको हमारी आर्टिकल अच्छी लगती हैं तो आगे भी पड़ते रहें और इसे शेयर(share) करें।

Book summary & Biography (Hindi)

Post navigation

Previous post
Next post

Related Posts

Who is Santa Claus? in hindi|सांता क्लॉज कौन हैं?|[Story]

Posted on December 6, 2022August 4, 2024

1.सांता क्लॉज का असली नाम और परिवार ( Real Name and Family ) 2.सांता क्लॉज के जीवन का इतिहास ( Life History 3.उनसे जुड़े किस्से ( Stories ) 4.निकोलस दिवस ( Nicholas Day ) 5.सांता क्लॉज और क्रिसमस का सम्बन्ध ( Christmas and Santa Claus )

Read More

Biography of Mother Teresa |मदर टेरेसा का जीवन परिचय|In Hindi

Posted on November 29, 2022September 25, 2024

1. मदर टेरेसा का प्रारंभिक जीवन ( early life ) 2. मदर टेरेसा भारत आईं और लोगों की सेवा का कार्य किया 3. एक नया बदलाव 4. मिशिनरी ऑफ़ चैरेटी ( missionary of charity ) 5. मदर टेरेसा पर हुए विवाद 6. उनके जीवन के आखरी कुछ दिन और मृत्यु…

Read More

Savitribai Phule Biography|सावित्रीबाई फुले का जीवन परिचय|in Hindi

Posted on January 4, 2023July 28, 2024

नाम सावित्रीबाई फुले जन्म 3जनवरी 1831 जन्म स्थान जिला -सातारा कार्यक्षेत्र समाज सेविका पिता का नाम खाण्डेजी नेवेश पाटिल पति का नाम ज्योतिराव फुले मृत्यु 10मार्च 1897 1.सावित्रीबाई फुले का प्रारंभिक जीवन 2.महिला शिक्षा और सशक्तिकरण में भूमिका 2.1 सावित्रीबाई फुले के द्वारा किये गए सामजिक कार्य 3.सावित्रीबाई फुले की…

Read More

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Recent Posts

  • Sambhal masjid ka sach|संभल मस्जिद का सच?
  • Babur aor Baburi masjid ke mithak|बाबर और बाबरी मस्जिद के मिथक|क्या कहता है इतिहास?
  • Bhartiy itihaas mein mahilaon se hinsa| भारतीय इतिहास में महिलाओं से हिंसा|Violence against women
  • PRACHIN BHARAT MEIN UCHCH SHIKSHA|प्राचीन भारत में उच्च शिक्षा| HIGHER EDUCATION
  • Concept Of Teaching in Hindi|meaning of Teaching|शिक्षण की अवधारणा|अर्थ, प्रकृति, उद्देश्य, विशेषताएं और आधारभूत आवश्यकताएं

Recent Comments

  • PRACHIN BHARAT MEIN UCHCH SHIKSHA|प्राचीन भारत में उच्च शिक्षा| HIGHER EDUCATION - kujurdeepti.in on Did Bakhtiyar khilji burnt and destroy Nalanda University?|क्या बख्तियार खिलजी ने नालंदा विश्वविधालय को जलाकर नष्ट किया था?
  • What is Pitar Tradition?[Tribal Culture]|पितर परम्परा क्या है?[आदिवासी संस्कृति] - kujurdeepti.in on The Indian Tribes||Classification of indian Trribes भारतीय जनजातियां|भारतीय जनजातियों का वर्गीकरण
  • Computer Architecture in Hindi|कंप्यूटर की संरचना - kujurdeepti.in on what is Computer?|कंप्यूटर क्या है?|परिभाषा, प्रकार, इतिहास, उपयोग, लाभ और हानि
  • what is Computer?|कंप्यूटर क्या है?|परिभाषा, प्रकार, इतिहास, उपयोग, लाभ और हानि - kujurdeepti.in on Computer Architecture in Hindi|कंप्यूटर की संरचना
  • ISRO ke baare mein poori jankaari|इसरो के बारे में पूरी जानकारी हिंदी में - kujurdeepti.in on Gaganyaan Mission (ISRO) In Hindi|गगनयान मिशन की पूरी जानकारी

Archives

  • March 2025
  • February 2025
  • January 2025
  • September 2024
  • August 2024
  • July 2024
  • September 2023
  • July 2023
  • May 2023
  • April 2023
  • March 2023
  • February 2023
  • January 2023
  • December 2022
  • November 2022

Categories

  • Book summary & Biography (Hindi)
  • Education System ( Science & Technology )
  • Historical Facts
  • Historical/Mysterious Places & Stories
  • History [World,Indian,Chhattisgarh]
  • The Indian Tribes
  • Uncategorized

Meta

  • Log in
  • Entries feed
  • Comments feed
  • WordPress.org

about us

  • Home
  • About Us
  • About Us
  • Historical/Mysterious Places & Stories
  • Historical Facts
  • Book summary & Biography (Hindi)
  • The Indian Tribes
  • Education System ( Science & Technology )
  • History [World,Indian,Chhattisgarh]
  • Privacy Policy
  • Contact us
  • About Us

connect

  • Employee Portal
  • Customer Portal
  • Offices
  • Know More
©2025 kujurdeepti.in | WordPress Theme by SuperbThemes